अशोक गहलोत सरकार बड़ा फैसला, स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल होंगे कवि प्रदीप

जंग-ए-आजादी में देशभक्ति (Patriotism) से ओतप्रोत अपनी रचनाओं से दुश्मन की नींद हराम कर देने वाले कवि प्रदीप (Pradeep) को अशोक गहलोत सरकार (Ashok Gehlot Government) ने पाठ्यक्रम (syllabus) का हिस्सा बनाया है. अगले सत्र से कक्षा 5 और 9वीं में बच्चे कवि प्रदीप की रचनाओं को पढ़ेंगे. कवि प्रदीप का लिखा गीत 'ए मेरे वतन के लोगों' को गहलोत सरकार ने कक्षा 5 की हिंदी की पुस्तक में शामिल किया है. जबकि कक्षा 9 की स्वतंत्रता आंदोलन (Independence movement) एवं शौर्य परंपरा की पुस्तक में भी कवि प्रदीप की कई कवितायें शामिल की गई हैं.

कवि प्रदीप से जुड़े कई कार्यक्रम भी आयोजित किए जा रहे हैं
अशोक गहलोत सरकार कवि प्रदीप की जीवनी से जुड़े प्रसंगों को लेकर कई कार्यक्रम भी आयोजित करवा रही है. सीएम गहलोत खुद कवि प्रदीप से जुड़े कई कार्यक्रमों में शिरकत कर चुके हैं. कवि प्रदीप की लिखी हुई कविताओं और उनके उस दौर के संघर्ष को सरकार याद करती है. इसके साथ ही अंग्रेजी हुकूमत की लाख बंदिशों और लेखनी पर जुल्म ज्यादती के बीच उनके साहसिक लेखन को युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणादायी बताती है.

ये आजादी कोई ऐसे ही नहीं मिली थी


उल्लेखनीय है कि कवि प्रदीप के गीतों ने उस वक्त अंग्रेजी हुकूमत की नींव हिला दी थी. उनके लिखे गीतों ने लोगों में राष्ट्र भक्ति का ऐसा ज्जबा पैदा कर दिया था कि अंग्रेजों को आखिरकार भारत छोड़ना ही पड़ा. कवि प्रदीप के लिखे गीतों को लता मंगेश्कर ने भी अपनी आवाज दी. पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू तो 'ए मेरे वतन के लोगों' गीत सुनकर अपने आंसू तक नहीं रोक पाए थे. गहलोत सरकार उस दौर को फिर से प्रदेश के नौनिहालों को याद दिलाना चाहती है कि ये आजादी कोई ऐसे ही नहीं मिली थी. इसकी सार्थकता को समझें और इसे पाने के लिए कई गए संघर्षों को याद करें.