गोदाम में 448 ड्रम में भरा था 90 लाख का केमिकल, 6 वाहन जब्त व 12 आरोपी गिरफ्तार, ढाबे पर चल रहा था कारोबार

बालोतरा से गुजर रहे मेगा हाइवे पर पिछले एक-डेढ़ साल से चोरी के केमिकल को बेचने का धंधा चल रहा था। बाड़मेर क्यूआरटी व डीएसपी शाखा की विशेष टीमों को तबाही मचाने वाले अति ज्वलंतशील केमिकल के गोदाम को पकड़ बड़ी मात्रा में केमिकल बरामद किया है। 448 ड्रमों में भरा 90 लाख रुपए की लागत का मिथाइल अल्कोहल, टोल विन सहित खतरनाक केमिकल बरामद हुआ है। पुलिस ने 3 टैंकर, 2 छोटे ट्रक और 1 ट्रैक्टर, 1060 खाली ड्रमों को भी बरामद किया है। मौके से टीम ने 12 लोगों को गिरफ्तार किया।



पिछले एक-डेढ़ साल से गुजरात के गांधीधाम व अन्य जगहों से परिवहन किए जा रहे केमिकल को होटल व ढाबों पर ट्रक ड्राइवर चोरी कर बेचते थे। सुनसान जंगल में केमिकल का गोदाम स्थापित कर पिछले कई सालों से चोरी के केमिकल को राजस्थान के शहरों में बेचने का धंधा चल रहा था। अप्रैल 2016 में बाड़मेर में मिथाइल अल्कोहल से बनी जहरीली शराब से 20 लोगों की मौत हो गई थी। बड़ी तबाही मचने से पहले ही पुलिस व आबकारी की टीमों ने जिले के सैकड़ों ठिकानों से जहरीली शराब की खेप को बरामद कर लिया था, नहीं तो मौतों का आंकड़ा सैकड़ों तक पहुंच सकता था। इसी जहरीले मिथाइल अल्कोहल की अब फिर से बड़ी खेप पकड़ी गई है। टैंकरों में मिथाइल, फिनोल, साबुन बनाने का क्रूड फोम भरा हुआ था। मौके से 3 बड़े टैंकर, दो ट्रक और एक ट्रैक्टर को बरामद किया है।


ढाई साल से चल रहा था केमिकल का कारोबार
मेगा हाइवे पर बालोतरा शहर से महज 10-12 किमी. की दूरी टापरा में रामदेव ढाबे पर सवाईसिंह उर्फ शिवसिंह पुत्र किशोर सिंह निवासी बाड़मेर व बाबूलाल जाट निवासी पाली होटल की आड़ में केमिकल चोरी का काला कारोबार ढाई साल से चल रहे थे। दरअसल रात के समय टैंकरों से चोरी का केमिकल बेचने के लिए कतार लगती थी। एक ही रात में 8-10 टैंकरों से केमिकल चुराते थे। गुजरात के गांधीधाम से चलने वाले टैंकरों के चालक बीच रास्ते में प्रत्येक टैंकर से 4-5 ड्रम केमिकल बेच देते थे। इसकी जगह पानी भर दिया जाता था। एक रात में 5-7 टैंकरों से करीब 20-25 ड्रम केमिकल चुरा लेते थे। ड्रम भर कर झाड़ियों के रास्ते कॉलोनी में बने गोदाम में जमा करवाते थे।



बालोतरा की कपड़ा फैक्ट्रियों में बेचते थे केमिकल
टापरा में गाेदाम से 5-6 तरह का केमिकल बरामद हुअा है। चाेरी के इस केमिकल काे बालाेतरा, पाली की कपड़ा फैक्ट्रियों में बेचा जाता था। कपड़ा धुलाई, साबुन बनाने सहित कई तरह के प्रोडेक्ट इस केमिकल से तैयार होते है। गत दिनों 2 जनवरी को पाली के पास एक गोदाम पकड़ा गया, उसमें भी काफी तादाद में केमिकल पकड़ा गया था। इसके बाद अब बाड़मेर में बड़ी तादाद में केमिकल को बरामद करने में पुलिस को कामयाबी मिली है।



बालोतरा पुलिस बेखबर, स्पेशल टीमों की कार्रवाई
टापरा व देवनगर में जहां केमिकल का गोदाम पकड़ा है, इसको लेकर बालोतरा पुलिस अब तक नाकाम रही थी। एसपी शरद चौधरी के निर्देश पर बाड़मेर जिला मुख्यालय की क्यूआरटी व स्पेशल टीम ने पहले रैकी की और फिर रविवार सुबह ही दबिश दी। यह केमिकल खतरनाक ज्वलंतशील है। 10 फीट दूर से आग पकड़ सकता है। बड़े हादसे की आशंका हर समय रहती थी।



फैक्ट्री से पुलिस ने 12 आरोपी गिरफ्तार, मुख्य दो फरार
पुलिस की टीमों ने कानसिंह पुत्र जैतसिंह राजपूत निवासी अजीतनगर, झंवर, नारायणसिंह पुत्र बाबूसिंह राजपूत निवासी नवातला हाल पाटोदी, भीखे खां पुत्र अदरीम खां निवासी शाह नगर भूंका भगतसिंह, इस्माइल पुत्र अबदे खां निवासी सईया रंगाला जालोर, लूणा खां पुत्र खमीशा खां निवासी मालपुरा धोलिया नाडा, शौकत खां पुत्र राजा खां निवासी मालपुरा, हनुमानराम पुत्र डुंगरा राम जाट निवासी चवा, बुलिदान सिंह पुत्र बेरीसाल सिंह राजपूत धारवी कलां, हरि सिंह पुत्र रेवंतसिंह राजपूत निवासी सिदा, फलोदी, समंदरसिंह पुत्र कुंपसिंह राजपूत निवासी आरंग शिव, कालू खां पुत्र लेगार खां निवासी सालारिया, माठीणो पुत्र रिड़मल खां निवासी खुदनपुरा सेड़वा को गिरफ्तार किया गया।